पुलिस को चुनौतीः मेहराज रैली में पहुंचा एक लाख का इनामी लक्खा सिधाना

24.2.2021 ।हैपी जिंदल। उड़ान न्यूज़24
बठिंडा : लक्खा सिधाना मंगलवार को पंजाब में आयोजित किसान महारैली में पहुंचा । बठिंडा के गांव महराज में हुई रैली में बड़ी संख्या में पंजाब पुलिस मौजूद थी, लेकिन इसके बावजूद लक्खा सिधाना मंच से फरार होने में कामयाब हो गया। दिल्ली हिंसा के आरोपी सिधाना पर एक लाख का इनाम घोषित है।
इस रैली के प्रबंधक बाबा हरदीप सिंह ने बताया कि लक्खा सिधाना रैली में आया था और मंच से चला गया। सूत्रों के अनुसार, लक्खा को रैली से गिरफ्तार नहीं किया जा सकता था, क्योंकि वहां पर लोगों का बड़ा हुजूम था।
महराज सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह का पैतृक गांव है। कुछ दिन पहले वीडियो जारी कर लक्खा सिधाना ने पंजाब के किसानों से अपील की थी कि वे किसान आंदोलन की बागडोर दोबारा अपने हाथ में लें। इसके अलावा उसने पंजाब के किसानों से 23 फरवरी को बठिंडा के गांव महराज में आयोजित रैली में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने की बात कही थी।
बठिंडा जिले के गांव मेहराज में लक्खा सिधाना द्वारा बुलाई गई रोष रैली में वह खुद भी पहुंच गया है। पहले कयास लगाए जा रहे थे कि वह शायद ही पहुंचे। दरअसल, 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा मामले में लक्खा सिधाना वांछित है। ऐसे में अब सब की निगाहें इस बात पर हैं कि पुलिस उसे गिरफ्तार करती है या नहीं।
वहीं, मंच से नारेबाजी हो रही है कि अगर लक्खा व दीप सिद्धू गद्दार है तो हम गद्दार हैं। लक्खा ने कहा जो लोग यह बोल रहे हैं कि दीप सिद्धू किले पर कैसे पहुंच गया। केंद्र से मिला होगा। लक्खा ने कहा दीप सिद्धू अपने दम पर किले पर गया था। सिधाना ने कहा कि भले ही दिल्ली पुलिस पंजाबियों पर कितने ही मामले दर्ज कर लेंं। उनके सिर पर इनाम रख लेंं, लेकिन लोगों के रोष को रोका नहीं जा सकेगा, क्योंकि यह मामला किसी व्यक्ति विशेष का नहीं बल्कि पंजाबियों के वजूद का है।
लक्खा ने कहा कि वह संयुक्त किसान मोर्चा से अलग प्रोग्राम या कोई एजेंडा लेकर नहीं चला है। किसान संगठनों द्वारा दिए जाने प्रोग्राम पर ही कायम है। इसीलिए यह रैली की गई है। लक्खा ने कहा कि अगर दिल्ली पुलिस किसी किसान, किसी मजदूर या फिर किसी नौजवान को गिरफ्तार करने के लिए किसी भी गांव में आती है तो गांव के गुरुद्वारेे में अनाउंसमेंट कर दिल्ली पुलिस का घेराव किया जाएगा, किसी को भी गिरफ्तार करने नहीं दिया जाएगा।
लक्खा सिधाना ने कहा कि अगर केंद्र सरकार के कहने पर दिल्ली पुलिस पंजाब में किसानों और युवाओं को गिरफ्तार करने के लिए आती है और पंजाब पुलिस उनका सहयोग करती है तो इसकी जिम्मेदारी सीधे तौर पर सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की होगी। उनको ही इस पर जवाब देना होगा। लक्खा ने कहा कि कृषि कानूनों को कतई मंजूर नहीं किया जाएगा। रोष रैली को संबोधित करने के बाद अब लक्खा सिधाना बाइक रैली के लिए निकल गया। लक्खा सिधाना को 26 जनवरी को दिल्ली में लाल किले के ऊपर फहराये गए केसरी ध्वज व दिल्ली में हुए उपद्रव को लेकर अन्य किसान नेताओं सहित नामजद किया गया है। दिल्ली पुलिस ने उसके नाम पर एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया है। इससे पहले लक्खा सिधाना ने दिल्ली पुलिस को इंटरनेट मीडिया से चुनौती देते हुए कहा था कि वह 23 फरवरी को बठिंडा के मेहराज में रोष रैली शामिल होगा। पुलिस उसे गिरफ्तार करके दिखाए।उल्लेखनीय है कि मेहराज पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का पैतृक गांव है। लक्खा सिधाना भी इसी इलाके का रहने वाला है। वहीं, इस संबंध में दो दिन पूर्व बठिंडा के एसएसपी भूपिंदर जीत सिंह विर्क का कहना था कि सिधाना बठिंडा में किसी मामले में वांछित नहीं है, लेकिन यदि दिल्ली पुलिस कार्रवाई करती है तो हम पूरा सहयोग करेंगे। किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
–पंजाब में थे 20 मामले दर्ज, सभी में बरी
पंजाब में लक्खा के खिलाफ 20 आपराधिक मामले दर्ज थे, जिनमें वो बरी भी हो चुका है। पुलिस ने पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू, जुगराज सिंह, गुरजोत सिंह व गुरजंत सिंह पर एक-एक लाख रुपये और जगबीर सिंह, बूटा सिंह, सुखदेव सिंह व इकबाल सिंह पर 50-50 हजार रुपये इनाम की घोषणा की थी। दीप सिद्धू, इकबाल सिंह व सुखदेव सिंह को दिल्ली पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। पांच अन्य उपद्रवियों की तलाश जारी है। इनमें लक्खा सिधाना भी शामिल है।